यह पुरस्कार राष्ट्रीय एकता और अखंडता के कारकों को बढ़ावा देने और एक मजबूत और एकजुट भारत के मूल्य को सुदृढ़ करने के लिए दिए गए योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। पुरस्कार की घोषणा 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस, यानी सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि पुरस्कार में एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र शामिल होगा। इस पुरस्कार के साथ कोई मौद्रिक अनुदान या नकद पुरस्कार प्रदान नही किया जाएगा। यह पुरस्कार बहुत ही दुर्लभ और अत्यधिक योग्य मामलों को छोडक़र मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाता। उन्होंने इसकी पात्रता संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि भारत का कोई भी नागरिक धर्म, जाति, लिंग, जन्म स्थान, आयु या व्यवसाय और किसी भी संस्था एवं संगठन के भेदभाव के बिना पुरस्कार के लिए पात्र होगा। आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए उपायुक्त ने कहा कि सभी इच्छुक आवेदनकर्ता गृह मंत्रालय की वेबसाइट www.nationalunityawards.mha.gov.in पर जाकर इस पुरस्कार से संबंधित जानकारी लेने के उपरांत इसी वेबसाइट पर अपना ऑनलाइन आवेदन या सिफारिशें जमा की सकते है।
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