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युवाओं को सही दिशानिर्देश की अत्यंत आवश्यकता है - प्रदीप कुमार डिमरी

फरीदाबाद - जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के NSS द्वारा नेहरू युवा केंद्र के अंतर्गत देश के युवाओं के लिए  'जिला पड़ोस युवा संसद' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में सुनील कुमार गर्ग, प्रदीप कुमार डिमरी, दीपक शर्मा, रविन्द्र मोहन, M.P. सिंह, देवेंद्र सिंह, सौरभ भारद्वाज, राकेश कुमार गौतम आदि शामिल थे। कार्यक्रम के वक्ताओं ने युवाओं को सम्बोधित किया और सभी ने अपने अलग-अलग विषयों के साथ युवाओं में  नया जोश और उत्साह भरने और सही राह पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया।  कार्यक्रम की शुरुआत सभी मुख्य अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद हुई।  

रविंद्र मोहन ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा की आज के युवाओं को सही मार्गदर्शन की अत्यंत आवश्यकता है क्योंकि आज के व्यस्त जीवन में सभी युवा  अपने माता-पिता के छत्रछाया से काफी दूर हो चुके हैं।  रविंद्र मोहन ने युवाओं को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़ने की राय दी और कहा की युवाओं को इस कार्यक्रम के द्वारा आत्मनिर्भर बनने की सीख मिलेगी। आज के समय में युवाओं के अंदर आत्मनिर्भरता की बहुत कमी देखी जा रही है तो ज्यादा से ज्यादा युवाओं  को इस कार्यक्रम से जुड़ना चाहिए और लाभ उठाना चाहिए। 

सुनील कुमार गर्ग ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा की देश को आगे बढ़ाने के लिए और देश के हर विकास कार्य में युवाओं की प्रतिभागी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सुनील कुमार गर्ग ने बताया की विश्व के सभी क्षेत्रों में भारतवर्ष का पूर्ण रूप से योगदान रहा है और यह सिर्फ युवाओं के कारण ही संभव हो पाया है। 

प्रदीप कुमार डिमरी ने बताया की भारत की कुल जनसंख्या लगभग 136 करोड़ है जो की विश्व में दूसरे स्थान पर है और इसमें भी युवओं की जनसंख्या सबसे अधिक है इसीलिए भारत को युवाओं का देश भी कहा जाता है। उनहोंने बताया की विश्व में चीन और भारत की ही सबसे ज़्यादा जनसंख्या है और यदि सिर्फ ये दोनों देश ही आगे बढ़ते हैं तो पूरा विश्व आगे बढ़ता है। यदि इन दो देशों मने कुछ समस्या होती है तो पूरा विश्व इससे प्रभावित होता है। 

प्रदीप कुमार डिमरी ने बताया की युवाओं को सही दिशानिर्देश की अत्यंत आवश्यकता है, यदि हम प्राचीन इतिहास के युवाओं की तुलना आज के युवाओं से करें तो उस समय के युवा शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ थे, किन्तु आज के युवा शारीरिक रूप से तो स्वस्थ हैं किन्तु मानसिक रूप से तनाव में रहते हैं।  इन्होने बताया की विश्वस्वास्थ्य संघठन के अनुसार यदि व्यक्ति के शारीरिक,मानसिक व सामाजिक अंग ठीक है तो वह व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ है वहीं दूसरी और आयुर्वेद के अनुसार यदि व्यक्ति के अंदर उत्सर्जन क्रिया ठीक हो,व्यक्ति प्रसन्न हो और किसी भी प्रकार का तनाव महसूस न करता हो तो हम उस व्यक्ति को स्वस्थ मान सकते हैं। डिमरी ने बताया की युवाओं को अकेडमिक क्रियाकलापों के अलावा अन्य क्रियाकलापों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।  

सम्पूर्ण  कार्यक्रम में सभी युवा शामिल हुए थे और सभी ने वक्ताओं को ध्यान से सुना और उनकी बात को  समझा। कार्यक्रम के अंत में युवाओं से सम्बन्धित विषयों पर प्रशनोत्तरी कार्यक्रम रखा गया।  कार्यक्रम का अंत NSS जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के अध्यक्ष नितीश कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। कार्यक्रम की मेज़बानी लताक्षी शर्मा द्वारा की गई। इस पूरे कार्यक्रम में सुनील कुमार गर्ग, प्रदीप कुमार डिमरी, श्रीमती करिश्मा, प्रतीक सिंह, एम.पी. सिंह, श्रीमती आशा, देवेंद्र सिंह, केशव देव, सौरभ भारद्वाज, राकेश गौतम, अनुराग पांडेय, दीपक शर्मा शामिल थे। 

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