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प्रदेश के सफाई कर्मचारी मांगो के समाधान के साथ वैश्विक गुलामी से चाहते हैं मुक्ति : नरेश कुमार शास्त्री

फरीदाबाद 17 मई, 2022: नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के आह्वान पर आज  नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा की जिला कार्यकारी  प्रधान रघुबीर चौटालाकी अध्यक्षता में  51 कर्मचारियों ने की भूख हड़ताल की शुरू, कल भी कर्मचारी क्रमिक भूख।हड़ताल जारी रखेंगे।  भूख हड़ताल के कार्यक्रम में विशेष तौर पर सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव बलबीर सिंह व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गुरचरण खांडिया, सीवर मैन यूनियन के प्रधान अनूप चिंडालिया, बेलदार यूनियन के प्रधान शहाबुद्दीन, इलेक्ट्रिशियन यूनियन के प्रधान मनोज शर्मा, वाटर सप्लाई यूनियन के प्रधान देवी सिंह, ड्राइवर यूनियन के प्रधान परस राम आधाना, वेद भड़ाना, कार्यालय विंग के प्रधान रंजीत शुक्ला,  सैनिटेशन यूनियन के प्रधान शिवकुमार ने  कर्मचारियों को संबोधित किया

   नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने  हरियाणा सरकार पर वादा खिलाफी, हठधर्मिता एवं वार्ता हीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के सभी पालिकाओं, परिषदो , नगर निगमो एवं अग्निशमन विभाग के कर्मचारी अपने- अपने कार्यालयों के समक्ष आज से  कर्मचारियों ने दो दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है।

श्री शास्त्री,ने सरकार पर कर्मचारियों की मांगों का ठोस समाधान करने की बजाय केवल बातचीत करने का ढोंग करने, लोकतांत्रिक कार्य प्रणाली को कुचलने,  जन अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाते हुए सरकार को कर्मचारी एवं दलित विरोधी भी बताया। श्री शास्त्री ने कहा कि सरकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम के नाम पर केवल वर्षों से लगे पार्ट वन, पार्ट टू के कर्मचारियों से पक्का होने का अधिकार छीनना चाहती है, जबकि ठेकेदारों का शोषण का शिकार हो रहे वर्कआउटसोर्सिंग, ओ. एन्ड एम. ,  डोर टू डोर के कर्मचारियों का ठेका जारी रहेगा सरकार का यह निर्णय विवादस्पद,हास्यपद होने के साथ न्याय संगत नही है। श्री शास्त्री ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार सीवर सफाई का कार्य मैनुअल नहीं करवाया जा सकता है लेकिन माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी प्रदेश में सरकारी विभागों, प्राइवेट लघु एवं भारी उद्योगों, सोसाइटीयो,  प्राइवेट कॉलोनीयो मैं सीवर सेफ्टी टैंक, सीवर सफाई का कार्य  बिना सेफ्टी उपकरणों के मैनुअल तौर पर करवाया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप आए दिन नौजवान मौत की आगोश में समा रहे और हरियाणा सरकार मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रही। श्री शास्त्री ने कहां की दर्जनों मौतों के बाद भी हरियाणा सरकार आज तक दोषियों को सजा तक नहीं दिलवा पाई है। उन्होंने सरकार के  अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को न्याय एवं सरकार की नीतियों का लाभ देने के स्लोगन को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि  कर्मचारी विरोधी एवं अन्याय पूर्ण फैसलों के खिलाफ नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा आंदोलन जारी रखेंगा।  

 नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री,  ने  बताया  कि  17-18 मई को सभी पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों में क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि इसके बावजूद भी सरकार ने कर्मचारियों की लंबित मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो  23-24 मई को दो दिवसीय टूल डाउन,पेन डाउन हड़ताल की जाएगी और  24 मई को ही संघ हड़ताल को आगे बढ़ने का एलान कर देगा।

 

आज की भूख हड़ताल के कार्यक्रम में अन्य के अलावा कर्मी नेताराम रतन, कृष्ण चिंडालिया, प्रेमपाल, शक्ति सिंह, श्रीपाल मोरिया, सुदेश,  दर्शन सिंह सोया, महिला नेता सत्तो, सुरेश, कमलेश, ललिता, माया, राजबाला, शकुंतला  आदि उपस्थित रहे। 


ये हैं मांगे:-

हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग कर कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, 311एप को बन्द करने, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को पक्का करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, छटनी के कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने, 25 अप्रैल व 17 अगस्त 2020 के समझौते को लागू करने, फायर विभाग को निकाय विभाग में पुनह शामिल करने, डोर टू डोर एवं एम.एन्ड.ओ. के ठेकों में लगे सफाई कर्मचारियों,सीवर मेनो व अन्य सभी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त कर विभाग के रोल पर करने, 2 वर्ष के अनुभव के आधार पर सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, 1366 फायरमैन व फायर ड्राइवरों को 2268 फायर ऑपरेटर के स्वीकृत पदों पर समायोजित करने, सामाजिक आर्थिक मापदंड की समीक्षा करते हुए सफाई कर्मचारी, सीवरमैन, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को इसका लाभ देने, क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में सफाई कर्मचारियों की ओर सीवर मैनो फायर कर्मचारियों तथा चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी के सभी कर्मचारियों के नए पद सृजित कर पक्की भर्ती करने, अनुग्रह पूर्वक रोजगार योजना को सरल बनाओ व ठेका प्रथा आउटसोर्सिंग व अन्य कच्चे कर्मचारियों की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को नौकरी देने, ईएसआई पीएफ घोटाले की जांच स्टेट विजिलेंस से करवाने, सभी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को 100-100 वर्ग गज के प्लाट दो या आवासीय कॉलोनियों का निर्माण करवाने,  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों, ट्यूबल चालको,  चौकीदारों को कर्मचारी का दर्जा देकर विभाग के रोल पर करो तथा ईएसआई, ईपीएफ की सुविधा देने, कोरोना योद्धाओं को 1 माह के वेतन के समान बोनस देने, लिपिक का वेतन ₹35400 करने, पंजाब के समान वेतन एवं पेंशन में बढ़ोतरी करने, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भांति तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को वर्दी भत्ता एवं धुलाई भत्ता देने

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