फरीदाबाद, कृष्णा कुमार: फरीदाबाद के एतिहासिक रानी की छतरी मंदिर पहले काफी जर्जर हालत मेें थी बाद में इसे लगभग 1.70 करोड़ की लागत से पुनः बनाया गया और प्रदेश के मुख़्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा इसको जिर्णोद्धार के बाद खोला गया और जनता को रानी की छतरी के खुलने की खुशखबरी दी । परंतू अब जब समय आ गया है कि लोग जून की छुट्टियों में अपने बच्चों को लेकर इस एतिहासिक जगह पर आयें और इसके विषय में बतायें, तब पुरातत्व विभाग द्वारा इस जगह पर ही ताला लगा दिया है जिसके कारण लोग पास जाकर रानी की छतरी के दर्शन नही कर सकते ।
रानी की छतरी के जिर्णोद्धार के बाद से ही हरियाणा पुरातत्व विभाग द्वारा इसे अपने कब्जे में ले लिया गया है जिसके बाद से इसके चारो दरवाजों पर ताला लगा दिया गया है जिसके कारण कोई भी इसके अंदर जाकर रानी की छतरी के दर्शन नही कर सकता । इस मंदिर की सुरक्षा के लिए एक महिला को यहां का चौकीदार बनाया गया है जो कि रोजाना यहां आकर फोन के ज़रिए चंडीगढ़ अपनी हाज़री लगाती है।
अब दर्शन करने आ रहे लोगों को इसके दोबारा खुलने का इंतेजार है। यदि मंदिर को खोलने में ज्यादा समय लगाया जाएगा तो यह फिर से पहले की तरह जर्जर स्थिती में पहुंच जाएगा। इसलिए प्रशासन को इस बात पर गौर करने की अत्यंत आवश्यकता है।
0 Comments